Search This Blog
अल्फाज अनकहें से है , उन्हें परवाज़ देना बाक़ी है !अल्फाज अनकहें से है जो,नज़्मों में ढाल कर उन गीतो को गुनगुनाना है । लुका-छिपी खेलती ख़्वाहिशें नये सफ़र का आग़ाज़ कर रही है ।कुछ अल्फ़ाज़ अनकहें से है जो दिल के किसी कोने में दुबक कर बैठे है । छुप कर ज़िन्दगी से आँख -मिचौली खेलते है .उन अहसासों को लेकर कुछ ख़्वाब ,किसी की ख़्वाहिशें ,कुछ सपने कुछ हक़ीक़त ज़माने की , सबको साथ चलना है ..किसी रोज सुबह कभी शाम यूँ साथ- साथ ....
Posts
Showing posts from March, 2019
Nomads Desires .. Khaanaa-badosh Hasarte
- Get link
- X
- Other Apps
NOMADIC DESIRES,,,, Khaanabadosh Hasarate ख़ानाबदोश हसरतें
- Get link
- X
- Other Apps
TERE SHAHAR SE ......... शहर से गुज़रते हुऐ
- Get link
- X
- Other Apps