Life , मुझे तलाशती मेरी जिन्दगी
मुझे तलाशती मेरी जिन्दगी
Life |
Life
मुझे तलाशती मेरी जिन्दगी
जिन्दगी ... बहुत ख़ूबसूरत सी मेरी जिन्दगी ,
बचपन की अठखेलियों में खिलखिलाती जिन्दगी ,
मासूम से लम्हों में मुस्कुराती.... मेरी ज़िन्दगी
बेपरवाह , बेख़ौफ़ पगडंडियों पे
हिरणी सी कुलाँचे भरती जिन्दगीं ,
नादान सी मदमस्त... माँ-बाबा के साये तले
रहती महफ़ूज़ जिन्दगीं ,
Life |
अल्हड़ सी जवानी में ...
कानों में सरगम का रस घोलती जिन्दगी
सपनो में , हसीं ख्यालों की पायल खनकाती जिन्दगी ,
ग़म में , मुश्किलों के हिस्से से ....
अपनी ख़ुशियों की , मिल्कियत चुराती जिन्दगीं ,
बेकरारियों ,बेख़बर
अनजानी सी आहटों पर धड़कते दिल में ,
हरदम ग़दर , मचाती सी जिन्दगी ,
स्वप्निल सी राहों में , मस्ताना बनाती सी जिन्दगी ।
बारिशों ,बिजलियों , बादलों के शोर में
आशिक , दीवाना बनाती जिन्दगी ,
मेहबूब-ए- ख्वाब को , सीने में , जगाती जिन्दगीं ,
नई डगर , नये मोड़ की , पगडंडियों में नई राहों पे ...
ले जाती जिन्दगी ।
नई ज़मीं, इक नये आसमां में
अपने वजूद को तलाशती जिन्दगी ,
सपनों की दुनिया छोड़ ,
इक नई सफ़र पे क़दम बढ़ाती ...
Life |
कुछ कही , कुछ अनकही सी अनजानी सी जिन्दगी।
कभी खामोश सी .....कभी शोर करती जिन्दगी।
पहचान ढूँढती कभी ,पहचान बनाती जिन्दगी।
कुछ खो दिया या कुछ पा लिया,
जाने क्या जिन्दगी ने हासिल किया।
तलाश , फिर भी अधूरी सी रही ....
इक हूक सी रह -रह सीने में , उठती रहती है ..
अपना वजूद को तलाशती रही ये जिंदगी।
चाहा कुछ , मिला कुछ और ही.... तुझे अ जिन्दगी।
लम्हे बीते , ख्वाहिशें फिर भी , जिन्दा रही ।
पता नहीं कहां ले जाएगी ये जिंदगी।
लिखा है मैंने तुझे ...आज फिर ...कलम से,
मेरी पहचान मुझे ....बताती जिन्दगी।
रूक कर , ठहर कर पढ़ने लगी हूँ , आजकल तुझे,
फिर हर पल हर लम्हा , कुछ याद दिलाती जिन्दगी।
Life |
खो ... न जाउ कही ...तलाशते -तलाशते तुझे ...
याद रह जायेगी ..... कुछ अधूरी-सी , पूरी जिन्दगी।
दिल ने कहा फिर ... लगता है ... अभी भी कुछ शेष हैं .....
मुझे ... फिर कुछ यूँ हैं , तलाशती .... मेरी जिन्दगी ।।
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