Exam ,परिक्षा
Exam |
परिक्षा
हाय रे हाय ...
ये परिक्षा क्यूँ आऐ
नींद हमारी छीन कर
सब चैन लिये जाये ...
हाय रे हाय ....
ये परिक्षा क्यूँ आऐ !
सपनों में भी जोड़ -घटा करते,
कभी बाबर से और कभी
हुमायूँ से है लड़ते ...
H2O बनाने में ही सासँ
हमारी फूलती जाये ...
संस्कृत के मन्त्र सारे
भूले -बिसरे जाय ..
संगीत का पेपर ,
ता-ता थईया कर ,
सारे राग नचाये !
हाय रे हाय ...
ये परिक्षा क्यूँ आये ।
कर त्याग टी०वी० का ,
किताबों में ही बस सर खपाये,
वटसएैप ,स्नैपचैट और फ़ेसबुक ,
बिन जीना मुश्किल हुआ जाये ।
बर्गर , पिज़्ज़ा ...इसके चक्कर में ,
सब छूटा जाये ,कैसा दर्द मिला है हाय !
परिक्षा के नाम पर सर्दी में भी ,
सर से पावँ तक पसीने छूटे जाय ....
हे भगवान ! करो हमारी नईया ... पार ,
हटाओ डर का डडां, इस बार पास कराओ ,
तुमसे प्रेमिस है भगवान जी ....
ओ मेरे भगवान जी , अगली बार पक्का
मेहनत कर अच्छे नम्बर मै लाऊँगा !!
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