Wife
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# गलतफहमी
उफ़ ,सारा दिन आफिस में काम करो,
दो पल का भी नहीं ...आराम करो ।।
फिर रोज तुम मेरा सर खाती हो,
हर बार मायके जाने की जिद
ले बैठ जाती हो ।
अब मायके जाकर क्या करोगी,
उन बेचारों को भी परेशान करोगी ।
नहीं बेचारे नहीं ..वो समझदार थे,
तुम्हें बहुत जल्दी जान जो गये थे,
तभी तो मेरे गले तुम्हें बाँध गये,
अपनी जान मुसीबत से छुड़ा ले गये ।
कहते थे ..लड़की हमारी गाय है,
भोली भाली और थोड़ी नादान है ।
मैं भी उनकी बातों में आ गया,
और फिर तुमसे विवाह हो गया ।
अब वो क्या जाने कैसे ..मैं झेल रहा हूँ ,
खुद को कोल्हू के बैल जैसे पेल रहा हूँ ।
तुम्हें याद बहुत करते हैं घरवाले तुम्हारे,
ये गलतफहमी .. पालने लग जाती हो ।
और बस मायके जाने के नाम पर ....
फिर से , तुम मेरा सर खाने लग जाती हो ।।
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