BAYWAFA ZINDGI ... # बेवफ़ा ज़िन्दगी 🍂🍂🍂
# बेवफ़ा ज़िन्दगी
# बेवफ़ा ज़िन्दगी
दिल में आज ये
कैसी ख़ुमारी हुई
रह ना पाये बिन तेरे
कैसी यें बेक़रारी हुई !
क्यूँ...बीत गया वक़्त ,
जाने की अब तैयारी हुई
लड़खड़ा रहे है क़दम
क्यूँ ऐसी बेजारी हुई !
रही तरसती रूह ,
जो मिल जाए # तू इक बार
टूट रही है अब सांसे
मौत की कैसी ये दावेदारी हुई !
हूक सी दर्द की इक
उठती रही मन में ,
वक़्त की क्यूँ
ऐसी लाचारी हुई !
करते रहे हम सारी उम्र ,
# ए ज़िन्दगी तुझसे वफ़ादारी !
बस ...
थे चंद यादों के दीये ,
थोडी सी तमन्नाएँ
और ..........
सिर्फ़ कुछ ही तो ख्वाब थे !
ए जिंदगी! तुझ से , तुझसे ...
कुछ ज़्यादा नहीं मांगा था हमनें,
क्यूँ ...?????
क्यूँ फिर ,
# बेवफ़ा ज़िन्दगी - तू
हमारी बारी हो गई ....
कोई भी अब राज नही है ,
ना ही रगींन फँसाने है !
ये वो रस्में है जो # ज़िन्दगी से नही
अब मौत से निभानी है !
रख्ख छोड़े थे कुछ लोग मैंने ,
कहीं दिल में छुपा कर ..
सोचा था जब होगी फ़ुर्सत
ज़िन्दगी में तो बतियायेंगे ,जियेंगे सगं ,मुस्कुरायेगें .. !
रख्ख छोड़े थे कुछ लोग मैंने ,
कहीं दिल में छुपा कर ..
सोचा था जब होगी फ़ुर्सत
ज़िन्दगी में तो बतियायेंगे ,जियेंगे सगं ,मुस्कुरायेगें .. !
सच ही तो है ..
रह ही ना पाये # बिन तेरे हम ,
अब मौत से वफ़ा निभाएँगे !
जी तो ना पाये तेरे संग लेकिन
तेरे लिये मर जायेंगे ......
तेरे लिये मर जायेंगे ......
रख देना ..
रख देना ..
मेरे इन्तज़ार की चौखट पर ,
मेरे इन्तज़ार की चौखट पर ,
अपनी # वफाओं के कुछ ताज़ा फूल !
जो रूह को सकून दे और ....
मेरी बे- लिबास सी हसरतों को ,
कुछ तो चैन आए !!!!
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